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गुरूदेव
पंकज सुबीर
शोध, शोध, समीक्षा तथा आलोचना की अंतर्राष्ट्रीय पत्रिका शिवना साहित्यिकी का वर्ष : 9, अंक : 33 अप्रैल-जून 2024 अंक
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मित्रों, संरक्षक एवं सलाहकार संपादक- सुधा ओम ढींगरा, संपादक- पंकज सुबीर, कार्यकारी संपादक- शहरयार, सह संपादक- शैलेन्द्र शरण, आकाश माथुर के संपादन में शोध...
3 दिन पहले
गुरूकुल
अंकित
ग़ज़ल - मैं मुहरा बन के जिसका फिर रहा था
4 वर्ष पहले
प्रकाश
फिर शुरू करते हैं। ......
4 वर्ष पहले
कंचन
वर्तुल धारा
6 वर्ष पहले
आते हुए लोग
बिल्ली के गले में घंटी बांधना हर समय विशेष में कठिन काम रहा है
12 वर्ष पहले
कुछ शब्द
सच को लिखना कठिन बहुत है झूठ नहीं लिख पाता हूं
12 वर्ष पहले
ग़ज़ल-गाँव के बाशिंदे
सतपाल
दिव्य हिमाचल टीवी | सतपाल ख़याल | नई ग़ज़ल
2 दिन पहले
नीरज
किताबों की दुनिया - 257
1 वर्ष पहले
शाहिद
रक्षाबंधन पर तीन मुक्तक
2 वर्ष पहले
मानसी
मन कहाँ को चल चला तू
3 वर्ष पहले
चंद्रभान
3 वर्ष पहले
पवन
3 वर्ष पहले
तिलक
Brainstorming Free PowerPoint Diagram
5 वर्ष पहले
राजीव
ग़ज़ल: प्यार के मौसम में हम बस प्यार की बातें करेंगे
5 वर्ष पहले
इस्मत
5 वर्ष पहले
tarz.e.byaaN
6 वर्ष पहले
ग़ज़ल के बहाने-gazal k bahane
naachta mn hai
7 वर्ष पहले
मनु
10 वर्ष पहले
द्विजेन्द्र "द्विज"
11 वर्ष पहले
संजीव
मेरे प्रिय रचनाकार-अशोक रावत
11 वर्ष पहले
श्रद्धा
जाने वाले कब लौटे हैं क्यूँ करते हैं वादे लोग
11 वर्ष पहले
कवि योगेन्द्र मौदगिल
11 वर्ष पहले
शैलेश
सियासत की अंधी सुरंगों में रोशनी के टूटते-बिखरते ख़्वाब : नासिरा शर्मा की कहानियाँ [3]
12 वर्ष पहले
नज़्म-नगर वाले
हिमांशु
ब्रश करती तुम्हारी अंगुलियाँ (कविता)
2 हफ़्ते पहले
दिगम्बर
तुम्हारी कविता ...
3 हफ़्ते पहले
रश्मि प्रभा
दौड़ जारी है...
2 माह पहले
देवेन्द्र
लोहे का घर 75 (संस्मरण)
3 माह पहले
आरसी
11 माह पहले
रंजना
रंग चैत्र महीने के
1 वर्ष पहले
रचना रवीन्द्र
कुछ तो
1 वर्ष पहले
ओम
आजाद होना संप्रभु राष्ट्र का बस हिस्सा होना भर नहीं है
1 वर्ष पहले
ओझा
उनके मन कछु और था, बिधना के कछु और....
2 वर्ष पहले
मुकेश
महिला दिवस - विशेष
3 वर्ष पहले
गिरिजेश
कोई दीप
3 वर्ष पहले
अमिताभ
जित देखा तित पाया जगत महाबड़ों
3 वर्ष पहले
मेरा सामान
माफ़
4 वर्ष पहले
सागर
थोड़ी फुर्सत मिली तो थी
8 वर्ष पहले
पारुल
कमज़ोरी-ए-निगाह ने संजीदा कर दिया , जलवों से छेड़-छाड़ की आदत नहीं रही
9 वर्ष पहले
सुशीला
11 वर्ष पहले
विशाल
एक शेर...
12 वर्ष पहले
आभा
दुनिया, नियो फासिज़्म की ज़द में
13 वर्ष पहले
स्वप्निल
अपर्णा
नंदनी
कविता उम्मीद से है- दर्पण
शिरीष कुमार मौर्य की कवितायें("पत्नि के जन्म-दिन पर" पर विशेष)
समय की अदालत में- अपूर्व
तुम्हारी दुनिया में इस तरह- अशोक कुमार पाण्डेय
संदूक- दर्पण
सिरहाने में से आधा चाहिये- ओम आर्य
नज़रिया- सागर
बैठे रहे देर तलक- डा० अनुराग
एक ग़ज़ल- मुफ़लिस
चार लड़कियाँ भी हैं अकेली लड़कियाँ- गौरव सोलंकी
बिंधे पँख में पँख सखी री- पारुल
स्वेटर के फंदे से उतरती कविता- अनूप शुक्ल
पुनर्जन्म- रूपम
खो जाने में जो मज़ा वो पा जाने में कहाँ- कुश
खोया खोया चाँद- राहुल
महानगर में चाँद- कृष्णमोहन झा
एक ग़ज़ल- मनु
एक बुद्ध कविता में करूणा ढ़ूँढ़ रहा है- अजेय
खौफ़- सागर
एक ग़ज़ल- पवन कुमार सिंह
तफ़रीह- शरद कोकास
मुकम्मल कविता- नंदनी
पत्थरों का गीत- कंचन
एक ग़ज़ल- रूपम
गुफ्तगु- डा० अनुराग
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संदेश (Atom)
मेरे प्रिय शब्दान्वेषी
राकेश
नव वर्ष २०२४
3 माह पहले
लाल्टू
ए-आई में इंसान जैसी चेतना है या नहीं?
5 माह पहले
कविता
वर्तमान की वह पगडंडी जो इस देहरी तक आती थी.....
6 माह पहले
अजित
‘नाबाद’ के बहाने ‘बाद’ की बातें
1 वर्ष पहले
गीत
नई वेबसाइट geetchaturvedi.com
2 वर्ष पहले
अम्बुज
3 वर्ष पहले
शरद
देवताओं के वंशज
3 वर्ष पहले
प्रत्यक्षा
व्यतीत
4 वर्ष पहले
अशोक
अमितोष नागपाल की नौ कविताएँ
4 वर्ष पहले
अजेय
तुम ने गहरी खुरच डाली
5 वर्ष पहले
सुबीर
मूंडवे वालों का जलवा (कहानी : पंकज सुबीर)
5 वर्ष पहले
उदय
जिसके कंठ से पृथ्वी के सारे वृक्ष एक साथ कविता पाठ करते थे : मिगुएल हर्नान्देज़
8 वर्ष पहले
पूर्णिमा
धुंध में डूबा ग्रीष्माकाश
11 वर्ष पहले
कृष्णमोहन
नदी मतलब शोक-गीत
13 वर्ष पहले
गिरिराजकिशोर
Akhilesh ji ko patr
13 वर्ष पहले
शिरीष
शमशेर से साझा
13 वर्ष पहले
रौशन झरोखे
एक शाम मेरे नाम
वार्षिक संगीतमाला 2023 Top 10 : बोलो भी, बोलो ना
1 हफ़्ते पहले
लिखो यहां वहां
ललन चतुर्वेदी की कविताएं
1 हफ़्ते पहले
हथकढ़
कहने की कला
2 हफ़्ते पहले
छींटें और बौछारें
डॉल्बी विजन देखा क्या?
8 माह पहले
अनुनाद
उनकी माँग में तुम्हारी भलाई भी शामिल है...-इंडोनेशियाई साहित्यकार एगुस सर्जोनो की कविता - चयन एवं अनुवाद / यादवेंद्र
1 वर्ष पहले
पुस्तकायन
मकर संक्रांति की हार्दिक शुभकामनाएं :)
1 वर्ष पहले
एक ज़िद्दी धुन
यहाँ मेरा घर बन रहा है (मोहन मुक्त के कविता संग्रहः “हिमालय दलित है” पर कुछ नोट्स) : शिवप्रसाद जोशी
1 वर्ष पहले
हिंदी ब्लौग टिप्स
सिक्योरिटी के लिए खतरा भी हो सकती है स्मार्टवॉच, पहनने से पहले ये सावधानियां बरतें
1 वर्ष पहले
कथा चक्र
सृजन आस्ट्रेलिया ई पत्रिका का नया अंक
2 वर्ष पहले
आलोचक
9. प्रेम एक भौतिक अवधारणा है.....
2 वर्ष पहले
सबद...
पतझर का आसमान, पतझर की ज़मीन
3 वर्ष पहले
बना रहे बनारस
Proofreading Tools
3 वर्ष पहले
उर्दू से हिंदी
एक ग़ज़ल : दीदार-ए-हक़ में
3 वर्ष पहले
ब्लॉग बुखार
झाड़ू पोछा वाला रोबोट जो बिस्कुट हड़प गया
3 वर्ष पहले
कबाड़खाना
हिमालय और लालच की मशीन
4 वर्ष पहले
नारी
तीन तलाक गैर कानूनी हैं।
4 वर्ष पहले
सृजन और सरोकार
ठंड़े रेगिस्तान की गुनगुनी तस्वीरें
5 वर्ष पहले
नई बात
काव्यशास्त्रविनोद-११: लोग सिर्फ़ लोग हैं,तमाम लोग,मार तमाम लोग (रघुवीर सहाय)
6 वर्ष पहले
कर्मनाशा
चटख ललछौंहे रंग के कुरते के बावजूद
7 वर्ष पहले
मोहल्ला
Mohalla Live
8 वर्ष पहले
बैरंग
चिट्ठियें दर्द फ़िराक़ वालियें
8 वर्ष पहले
प्रतिलिपि
Perish her intellect: Four Tamil Women Poets
11 वर्ष पहले
विनय पत्रिका
अदम जी मुझे लौकी नाथ कहते थे
12 वर्ष पहले
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हिंदी ई-पुस्तकों के कुछ उपयोगी लिंक्स
13 वर्ष पहले
ताहम
बीते हुए को लेकर बिताने वाले समय के साथ
13 वर्ष पहले
ढाणी बाज़ार
हिंदीब्लॉगजगत
चिट्ठा चर्चा
पन्ने पत्रिकाओं के
गद्य-कोश
लघुकथा: संचेतना एवं अभिव्यक्ति / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’
2 दिन पहले
कविता कोश
मंत्रमुग्धा / कविता भट्ट
1 वर्ष पहले
रचनाकार
रचनाकार में पढ़ें अपने मनपसंद विषय की सैकड़ों रचनाएँ -
3 वर्ष पहले
हिंदी चेतना
'हिन्दी चेतना' का अक्टूबर-दिसम्बर 2015 अंक (वर्ष : 17, अंक : 68)
8 वर्ष पहले
प्रतिलिपि
Perish her intellect: Four Tamil Women Poets
11 वर्ष पहले
हिन्द-युग्म
पिता के पास लोरियाँ नही होती
12 वर्ष पहले
भारतीय ग्यानपीठ
अभिव्यक्ति
वागर्थ
सृजन गाथा
अनुभूति
साहित्य शिल्पी
हंस
शब्दों के मायावी
समीर
मुसीबतें भी अलग अलग आकार की होती है
5 माह पहले
रंजना
पितृ पक्ष
6 माह पहले
किशोर
गर्म दिनों की ख़ुशबू
1 वर्ष पहले
अज़दक
प्राइस ऑफ़ मोदी इयर्स
2 वर्ष पहले
शिव
फोटो जर्नलिस्ट दानिश सिद्दिकी की कंधार में मृत्यु और लिबरल मीडियाकर्मियों का ढोंग
2 वर्ष पहले
गिरिजेश
thinking of my father ऐसे ही
2 वर्ष पहले
नीरा
3 वर्ष पहले
अमरेन्द्र
नारी-निन्दा और तुलसीदास : फादर डॉ. कामिल बुल्के
4 वर्ष पहले
अनुराग
तुम्हारा दिसंबर खुदा !
4 वर्ष पहले
संजय
जब परिचित लोगों में ज़्यादा संख्या मरे हुओं की हो जाती है
4 वर्ष पहले
महेन
This blog has moved to mehtamahen.blogspot.com
5 वर्ष पहले
मानव
happy diwali.. 19-10-17
6 वर्ष पहले
अनूप
बिगड़ैल बच्चे
पूजा
मेरा दिल जलता हुआ सूरज है। बदन के समंदर में बुझता हुआ।
1 हफ़्ते पहले
राहुल
हम चुनेंगे कठिन रस्ते, हम लड़ेंगे
1 माह पहले
अभिषेक
सरल करें!
2 वर्ष पहले
मेरी छोटी सी दुनिया
बातें इरु की - 1
3 वर्ष पहले
डिंपल
7 वर्ष पहले
सोचालय
उसने दिल पर चीरा लगाकर उसमें अपने होंठों का प्राणवान चुम्बन के बिरवे रोप दिए।
8 वर्ष पहले
पल्लवी
वाट्सएपिया रोमांस
8 वर्ष पहले
दर्पण
स्मार्ट फोन की तितली में तितलियों से ज़्यादा रंग हैं
8 वर्ष पहले
अनिल
दिल गया काम से
8 वर्ष पहले
कुश
मछली का नाम मार्गरेटा..!!
9 वर्ष पहले
पंकज
तुम्हारे लिये!!
10 वर्ष पहले
दफ़्अतन
कैलेंडर बदलने से पहले
12 वर्ष पहले
पसंदीदा खिड़कियाँ
गज़ब चितेरे काजल भाई
कार्टून :- कांग्रेस से डर के मुझे वोट दो
2 दिन पहले
मेरी मानसिक हलचल
चक्रधर दुबे
4 दिन पहले
मेरे गीत !
गढ़ दिया तुमने हमें अब, भाग्य अपना ख़ुद गढ़ेंगे -सतीश सक्सेना
1 हफ़्ते पहले
पिट्सबर्ग में एक भारतीय
खिलाते नहीं (हिंदी ग़ज़ल)
1 हफ़्ते पहले
वीर बहुटी
गज़ल
2 माह पहले
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6 माह पहले
ज्ञानवाणी
पाँव के पंख- एक दृष्टि
9 माह पहले
उम्मतें
नेरिविक
9 माह पहले
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हम बेल पर लगी ककड़ियाँ
10 माह पहले
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'अथातो घुमक्कड़ जिज्ञासा'
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देसीपन, दोस्ताना व्यवहार बनाम औपचारिक व्यवहार
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प्रेमचन्द जी की पुण्यतिथि पर
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न दैन्यं न पलायनम्
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Resep Tempe Bacem Praktis - Resep Masakan 4
1 वर्ष पहले
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शिवम कहे बुरा भला
उस्ताद बिस्मिल्ला ख़ाँ साहब की १०५ वीं जयंती
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निशांत का हिंदीज़ेन
सौर मंडल में खोजा गया सबसे बड़ा पर्वत कहाँ है?
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बेदखल की डायरी
मेट्रीमोनियल वाली झूठी लड़की
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ओशिया
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10 वर्ष पहले
स्पर्धा
इरेजर
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संयोगिता
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निट्ठला तरुण
भेड़ियों के देश में
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मुसाफ़िर
नाकाफ़ी हैं 'शब्द'
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गौतम राजऋषि
वो कौन हैं जिन्हें तौबा की मिल गयी फ़ुरसत / हमें गुनाह भी करने को जिंदगी कम है...
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